गले में ज्यादा दर्द होने पर गुनगुने पानी में नमक मिलाकर गरारे करने चाहिए।
रोना प्राकृतिक है , ख़ुशी हो या गम रोना या आंसू तो निकल ही जाते हैं। रोना हमारे लिए अपने आसपास के लोगों को अपनी भावनात्मक स्थिति के बारे में बताने का एक तरीका है। आपने अक्सर नोटिस किया होगा के रोने के बाद अक्सर गले में दर्द होता है। कभी आपने सोचा ऐसा क्यों होता है ? आज के आर्टिकल में हम आपको बताएंगे के रोने से गले में क्यों दर्द होता है, चलिए जानते हैं।
रोने से गले में क्यों दर्द होता है:
आपका ऑटोनोमिक नर्वस सिस्टम जब यह हाइपर मोड़ में जाता है तो यह पहले पुरे शरीर में ऑक्सीजन भेजता है जिससे आप किसी से लड़ने या खतरे के विपरीत भागते हैं। आपकी सभी मांसपेशियों में ऑक्सीजन फैलाने के लिए गहरी सांस लेना बहुत जरुरी होता है। अधिक हवा लेने से तंत्रिका तंत्र ग्लोटिस को बताता है , ग्लोटिस आपके गले में वह छेद जो भोजन लिए बिना ही फेफड़ों में हवा लाता है , जिसके कारण आपका गला अधिक खुलता है।
इससे आप मांसपेशियों में तनाव महसूस करते हो, जो आपके शरीर द्वारा निगलने पर भी आपकी ग्लोटिस को खुला रखने की कोशिश के कारण होता है। रोते वक्त ग्लोटिस खुली रहने की कोशिश कर रही है हुए ऐसे में आप बार -बार निगलंते हैं तो उसे बंद होना पड़ता है। यह तनाव आपके गले को नुकसान पहुंचाता है जिससे एक गांठ का एहसास होता है और यही गले में दर्द का कारण बनती है। जब आप शांत हो जाते हो तो ग्लोटिस पहले की तरह काम करने लग जाती है। ये बहुत ही सामान्य होता है लेकिन बार बार ऐसा होता हो तो आपको डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
गले में दर्द के और भी कारण हो सकते हैं :
ज्यादा रोने से सर्दी हो जाती है और उससे गले में फ़ांस अनुभव होती है जिससे गला दर्द होता है।
साइनस संक्रमण गले में दर्द का कारण बन सकता है।
मौसमी एलर्जी और धूल-मिटटी से भी गले में दर्द हो सकता है।
ध्रूमपान करने वाले व्यक्ति के संपर्क में आने से भी गला दर्द हो सकता है
जोर -जोर से चिल्लाने से भी गला दर्द होता है।
टॉन्सिल में सूजन आने से भी गला दर्द हो सकता है।